डेम से उड़ रहा राख ग्रामीणों के लिए बना धिमा जहर, त्रस्त ग्रामीणों ने किया आंदोलन

अशोक सारथी, आपकी आवाज न्यूज धौंराभांठा:- जिले के तमनार ब्लॉक में गर्मी के महीने आते ही ग्रामीण फ्लाई ऐश राख की समस्या से जूझते हुवे नजर आते है , गर्मी बढ़ने के साथ जैसे ही तेज हवा की बहाव गाँव की ओर रुख करती है वैसे की गांव राख से पट जाता है, ग्रामीणों के घरों में राख के परत जम जाते है, खाने पीने के सामान के साथ कपड़ों में भी राख की परत जमी रहती है ।

डेम से उड़ रहा राख ग्रामीणों के लिए बना धिमा जहर, त्रस्त ग्रामीणों ने किया आंदोलन, तीन दिनों के भीतर स्थिति नहीं सुधरने पर चक्का जाम करने की कही बात
इस साल फिर एक बार तेज हवा चलने के बाद कुंजेमुरा, रेगांव पाता, बांधापाली,सलिहाभांठा गांव के ग्रामीण समस्या से जुझ रहे हैं, सप्ताह भर ते तेज गती से चल रही हवा से घरों में राख के परत जम रहे हैं, शनिवार को कुंजेमुरा के ग्रामीणों ने अपनी समस्या को लेकर मोर्चा खोल दिया समस्या से जुझते हुए ग्रामीण जिंदल के फ्लाइ एश राख डेम के सामनें पहुंच कर अपनी मांग को लेकर आंदोलन करते नजर आए ग्रामीणों का कहना था की फ्लाईएश राख से जीवन दुभर हो गया है , रोज खाने पिने कपड़े सब्जी भाजी सब राख से सना रहता है , लगता है अब धिरे-धिरे रोज जहर खा रहे हैं।

कहां से आता है राख

जिंदल के पावर प्लांट से बिजली उत्पादन के बाद जो राख निकलता है उसे रखने के लिए डेम बनाया गया है, डेम भरने के बाद लगातार फ्लाईएश डेम की उचाई भी बढ़ाई जा रही है, गांव के उचाई से डेम की उचाई दो गुनी हो चुकी है जिसके कारण हल्का हवा से भी राख गावं की ओर रुख कर लेती है और फिर ग्रामीण समस्या से जुझते नजर आते हैं।

कैसे उड़ रहा राख

गांव से डेम की ऊंचाई दोगुनी हो चुकी है, गर्मी के दिनों में हल्की हवा के बाद गांव के ओर हर साल उड़नें लगता है, लेकिन इस साल डेम से राख खाली करने का काम किया जा रहा है राख को डोंगामहुआ माइंस में पाटा जा रहा है, और जब गाडियों में राख लोडिंग किया जाता है, और उसे खोदा जाता है और फिर हवा चलने लगी तब राख गांव की ओर उड़ने लगती है । परिवहन कार्य में लगे गाड़ियों अधिक फेरे लगाने के चक्कर में गाड़ियों तेज चलाई जाती है और फिर राख गांव की ओर उड़ने लगता है ।

हर साल आंदोलन विभाग का काम महज खाना पुर्ती

हार साल गर्मी के महीने में समस्या आता है ग्रामीण आंदोलन भी करते हैं पर्यावरण विभाग में शिकायत भी होती है, कार्रवाई करने की बात कही जाती खानापूर्ति भी होती है और फिर मौसम और साल बदलने के बाद ग्रामीणों की समस्या फिर उत्पन्न हो जाती है, धिमा जहर फिर लोगों के सांस में घुलने लगती है।

3 दिन के भीतर हालात नहीं सुधरेगी तो शासन प्रशासन को अवगत करा कर राख गाड़ियों को रोका जाएगा चक्का जाम किया काएगा ग्रामीण आब समस्या से त्रस्त हो चुके हैं।

विद्यावती सिदार ग्रामीण कुंजेमुरा
हमारे गांव कुंजेमुरा सहित आसपास गांव के ग्रामीण त्रस्त हैं, अपनी समस्या को हम ।

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